Monday, 24 October 2011

जो कहना है कह भी दे


जो  कहना  है  कह  भी  दे |
जज़्बातों  को छुट्टी     दे ||

घुट  घुट  मरने  वाले  को |
जा  जादू  की    झप्पी  दे ||

अन्दर  बच्चा    सोता   है |
दस्तक  हल्की  हल्की  दे ||

पहले  ही   दिल  टूटा  है |
आजा  तू  भी  गाली  दे ||

मुझसे  तुझको  जो  भी  हैं |
सारे  शिकवे    कह  ही  दे ||

दर  पर  भूखा   आया  है |
पहले   उसको   रोटी   दे ||

उजरत  तो  अच्छी  पाली |
अब  लोगों  का  बाकी   दे ||

दौलत  मत  दे  बच्चों  को |
बस  तू  बातें   अच्छी   दे ||

डा० सुरेन्द्र सैनी 

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