जो कहना है कह भी दे |
जज़्बातों को छुट्टी दे ||
घुट घुट मरने वाले को |
जा जादू की झप्पी दे ||
अन्दर बच्चा सोता है |
दस्तक हल्की हल्की दे ||
पहले ही दिल टूटा है |
आजा तू भी गाली दे ||
मुझसे तुझको जो भी हैं |
सारे शिकवे कह ही दे ||
दर पर भूखा आया है |
पहले उसको रोटी दे ||
उजरत तो अच्छी पाली |
अब लोगों का बाकी दे ||
दौलत मत दे बच्चों को |
बस तू बातें अच्छी दे ||
डा० सुरेन्द्र सैनी
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